शतावरी चूर्ण के उपयोग, फायदे व नुकसान / Benefits of Shatavari Powder Churna
महिलाओं के लिए कमाल की है ये बूटी, फायदे जानकर आप भी करेंगे इस्तेमाल, कैंसर भी होता है दूर।
शतावरी चूर्ण के लाभ
भारत का आयुर्वेद के साथ सदियों पुराना नाता है और इसमें हर परेशानी का हल मौजूद है। इसमें न तो आपको ज्यादा दवाइयां लेनी होती हैं और न ही आपको इंजेक्शन लगवाने पडते हैं। आयुर्वेद के पिटारे में एक शानदार औषधी है जिसका नाम शतावरी है। ये एक पौधा है जिसकी जड़ों को आयुर्वेद में अमृत कहा जाता है। शतावरी पुरुषों के काफी काम आती है लेकिन महिलाओं के लिए ये किसी वरदान से कम नहीं है। इसका स्वाद कड़वा होता है लेकिन इसके अंदर कई बीमारियों का हल मौजूद रहता है। इसे जादुई औषधी के नाम से भी पुकारा जाता है और ये आपके शरीर को रोगमुक्त बनाने में माहिर है। इसे कई नामों से मांगा जा सकता है जैसे कि शतावरी, सतावरी, सतावर, सतमुली, शटमुली, सरनाई इत्यादि।
विटामिन की खान है ये औषधी:
अमृत कही जाने वाली इस औषधी को विटामिन की खान भी आप कह सकते हैं। इसमें कई ऐसे विटामिन मौजूद है जो काफी कम चीजों में पाया जाता है। इसके साथ साथ विटामिन बी-1, विटामिन-ई भी भारी मात्रा में मौजूद है। इनके साथ साथ फॉलिक एसिड का भी शतावरी चूर्ण को काफी बेहतरीन स्त्रोत माना जाता है। इसके इस्तेमाल से शरीर में कहीं भी सूजन नहीं आती और इसमें एंटीआॅक्सीडेंट पाए जाते हैं। इसको खाने से यूरिन की परेशानी भी दूर हो जाती है और फूड पाइप भी बेहतर काम करती है।
ऐसे करें शतावरी सेवन:
सामग्री:
-450 ग्राम धुली और कटी हुई शतावरी को लें।
-ओलिव आॅयल को एक चम्मच में लें।
-स्वाद के अनुसार नमक और काली मिर्च डालें।
बनाने का तरीका:
-आप तवे को पहले अच्छे से गरम कर लें।
-शतावरी के उपर ओलिव आॅयल को लगाएं और उसके बाद नमक और काली मिर्च छिड़क दें।
-इस पकने तक तवे पर ही रहने दें
2. शतावरी और लहसून की सब्जी
सामग्री:
-3 चम्मच नारियल तेल
-शतावरी का एक गुच्छा
-5 अच्छी तरह से कटे लहसून
बनाने का तरीका:
-मध्यम आंच के सेक पर पहले नारियल तेल को गरम कर लें
-लहसून और शतावरी को तेल में डालें, इसे आप 10 मिनट तक पकने दें और साथ साथ में हिलाते भी रहें। जब तक पूरी तरह से न पके इसे उतारें नहीं।
ऐसी बिमारियों में है फायदेमंद:
आज के समय में आपको कैंसर से जूझ रहे लोग आपके आस पास ही मिल जाएंगे, लेकिन उससे उबरकर जीत हासिल करने वाले लोग कम ही होते हैं। अगर किसी आपके अपने को कैंसर है तो आप उसे भी शतावरी का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं। इसमें ग्लूटाथिओन होता है जो आपके शरीर की गंदगी को बाहर करता है। इससे हमारी सेहत अच्छी होती है और हम स्वस्थ जीवन के साथ हम ज्यादा जीवित रह पाते हैं। इसमें मौजूद ग्लूटाथिओन स्वस्थ रखने के साथ साथ हड्डियों के कैंपसर, ब्रेस्ट कैंसर, लंग कैंसर और कोलन कैंसर से बचाता है। स्ट्रेस को भी दूर करने में इसे महारत हासिल है।
इस समय दुनिया के करीब 1.3 अरब लोग हाई ब्लड प्रैशर की समस्या से जूझ रहे हैं। इससे दिल की बिमारी के साथ साथ कई परेशानियां आपको झेलनी पड़ती हैं। शतावरी पोटैशियम का शानदर स्त्रोत है और ये आपके ब्लड प्रैशर को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसका टेस्ट भी किया जा चुका है लेकिन ये टेस्ट चूहों पर किया गया था। इंंसानों के लिए भी ये काफी फायदेमंद है। ये आपके शरीर को रोग निरोधक बनाती है और ज्यादा सालों तक स्वस्थ रह सकते हैं।
-सेक्स पावर बढ़ाने में शतावरी काफी फायदेमंद
-फर्टिलिटी से जुड़ी परेशानियों से भी मिलती है मुक्ति
- प्रैग्नेंसी में शतावरी काफी फायदा देती है
- शतावरी से वजन घटाने में भी मदद मिलती है
- शुगर को आयुर्वेदिक इलाज देती है शतावरी
-स्किन और माइग्रेन को दूर करने में भी माहिर
- नींद न आने की परेशानी भी इससे दूर होती है।
- बुखार इससे दूर होता है और खांसी में भी लाभकारी
ज्यादा सेवन से कुछ नुकसान भी:
शतावरी का सेवन चूर्ण, कैप्सूल और सिरम के रूप में सभी करते हैं। अगर चूर्ण के रूप में आप ले रहे हैं तो दूध जरूर पिएं। कुछ और सावधानियां भी इसके सेवन के समय बरतनी चाहिए। प्रैग्नेंट लेडीज, हाई बीपी और किडनी पेशेंट्स इसका सेवन डॉक्टर से पूछकर ही करें। इसमें डियूरेटिक होता है जो दवाई के साथ हानिकारक हो सकता है।
इससे इन कामों में भी आ सकती है परेशानी:
-गैस: शतावरी में मौजूद कार्बाेहाइड्रेट होता है और इसे पचाने में कई बार गैस का सामना करना पड़ता है।
-प्रैग्नेंसी और ब्रेस्ट फीडिंग:
शतावरी हार्माेन्स को बैलेंस करती है और काफी ज्यादा सेवन भी इसका आपको नुकसान कर सकता है।
-एलर्जी
बहुत से लोगों को प्याज से एलर्जी होती है ओर ऐसे में शतावरी उनके काफी काम आ सकती है।
-किडनी में स्टोन:
जो भी किडनी में स्टोन की शिकायत रख्ते हैं उन्हें भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए।